पटवारियों, तहसीलदारों के खिलाफ नाजायज पर्चे डाल रही है सरकार
सरकार जल्द राजस्व अधिकारी संघ और पटवारी-कानूनगो यूनियन की बुलाए बैठक
जालंधर, 09 मई (टिंकू पंडित):- पटवारी तो अपने एक साथी के खिलाफ विजिलेंस की कार्रवाई को लेकर पहले से ही सामूहिक छुट्टी पर चल रहे हैं, लेकिन आज पूरे पंजाब से तहसीलदारों और नायब तहसीलदारों ने भी सामूहिक अवकाश ले लिया है। आप यदि कोई प्रमाण पत्र लेने या अपनी जमीन की रजिस्ट्री करवाने के लिए तहसील में जा रहे हैं तो न जाएं। क्योंकि आज तहसीलों में कोई काम नहीं होगा।
पंजाब के राजस्व अधिकारियों का कहना है कि सरकार दिन ब दिन काम का बोझ तो बढ़ा रही है, परंतु उसे करने के लिए पूर्ण तोर पर स्टाफ उपलब्ध नहीं करवा रही। उन्होंने कहा कि दफ्तरों में चपरासी से लेकर पटवारी-कानूनगो तहसीलदार तक कई पद खाली पड़े हैं। दफ्तरों में पानी पिलाने के लिए अपने तोर पर निजी लोगों को रखना पड़ रहा है। यही हालत पटवारखानों के भी हैं। रिटायरमेंट तो हो रही है लेकिन स्टाफ भर्ती नहीं हो रही। इससे काम का बोझ बढ़ता जा रहा है। आज विरोध स्वरूप सभी ने सामूहिक रूप से अवकाश लेने की घोषणा की है।
राजस्व अधिकारी संघ का कहना है कि विजिलेंस विभाग राजस्व विभाग के पीछे पड़ा है। हम दफ्तरों में डर के माहौल में काम कर रहे हैं। हम दफ्तर में अपने आप को असुरक्षित महसूस करते हैं। पटवारियों, तहसीलदारों के खिलाफ नाजायज पर्चे डाल कर उन्हें गिरफ्तार किया जा रहा है। सरकार जल्द राजस्व अधिकारी संघ और पटवारी-कानूनगो यूनियन की बैठक बुलाए।
आप को बतां दे कि पटवारियों की दोनों यूनियनों के आह्वान पर राज्य के पटवारी और कानूनगो पहले ही पंद्रह मई तक सामूहिक अवकाश पर हैं। उन्होंने अवकाश मालेरकोटला के पटवारी दिदार सिंह छोकरा की गिरफ्तारी के बाद विरोध स्वरूप लिया है। पटवारियों का कहना है कि दिदार सिंह उनकी यूनियन का जिला प्रधान भी है और उस पर गलत तरीके से झूठा केस विजिलेंस ने बनाया है। पटवारियों की सरकार से मांग है कि जो केस विजिलेंस ने पटवारी पर दर्ज किया है उसे तुरंत प्रभाव से वापस लिया जाए।