महिलाओं का अपने सामथ्र्य व क्षमता को पहचान सही दिशा में अग्रसर होना आवश्यक है- चंदा ताई साठे
जालन्धर, 27 अक्तूबर (टिंकू पंडित):- राष्ट्र सेविका समिति की आखिल भारतीय तरुणी प्रमुख विजया शर्मा ने स्थानीय विद्या धाम, गुरु गोबिंद सिंह एवेन्यू में नारी चेतना मंच द्वारा आयोजित नारी शक्ति सम्मेलन में भारतीय चिंतन में महिलाओं की स्थिति विषय पर अपने ओजस्वी संबोधन में भारतीय संस्कृति में नारी के महत्व की चर्चा करते हुए कहा कि सृष्टि की सर्वोत्तम कृति बेटियों के प्रति अत्याधुनिक समाज में व्याप्त भ्रांतियों को मिटाते हुए उनके उत्थान व कल्याण के लिए सभी को आत्मचिंतन करते हुए अपने सक्रिय योगदान का संकल्प करना होगा। भारत में नारी को सदैव सम्मान दिया गया है। ऋग्वेद में 27 महिला ऋषियों ने ऋचाएं दी हैं। इंद्राणी, अपाला, सूर्या, घोषा, सावित्री, उर्वशी, दक्षिणा, यमी, विश्ववारा जैसी ऋषिकाएं हुई हैं। उन्होंने कहा कि नारी शक्ति की ऊर्जा से ही सृष्टि बनी है।भारतीय महिलाएं स्वयं ऊर्जावान है, बस उन्हें केवल अवसर देने की आवश्यकता है।
महिला समन्वय की अखिल भारतीय सह संयोजिका चंदा ताई साठे ने वैदिक काल से आधुनिक काल तक की नारियों की चर्चा करते हुए कहा कि महिलाएं भारतीय संस्कृति की राजदूत हैं। महिलाओं का अपने सामथ्र्य व क्षमता को पहचान सही दिशा में अग्रसर होना आवश्यक है।
इस अवसर पर डॉ. रश्मि विज (प्रिंसीपल पुलिस डी ए वी स्कूल), डॉ. पूजा पराशर (प्रिंसिपल प्रेम चंद मारकंडा एस डी कालेज) ने भी सम्बोधित किया। राष्ट्र सेविका समिति पंजाब प्रांत संचालिका ललिता थापर, शर्मा नर्सिंग होम की एम डी गीता शर्मा, डॉ गार्गी शर्मा, भाजपा नेत्री मीनू शर्मा, भोला शर्मा, किरण जगोता ने अपनी गौरवमयी उपस्थिति दर्ज करवाई।
पंजाब प्रांत की महिला समन्वय संयोजिका सुशीला बिश्नोई ने वर्तमान में महिलाओं को पेश आ रही विभिन्न समस्याओं व उनका समुचित समाधान सबंधित विस्तृत चर्चा करते हुए सम्मेलन में उपस्थित नारी शक्ति में नव ऊर्जा संचारित करने का सार्थक प्रयास किया।
बिंदियां शर्मा द्वारा भारतीय सांस्कृति के अनुरूप मंत्र उच्चारण के दौरान पवित्र ज्योति प्रज्वलित की गई। इस दौरान मानु कौशल , साहिला ने देशभक्ति गीत, टैगोर पब्लिक स्कूल, नकोदर के विद्यार्थियों द्वारा वन्दे मातरम गायन के साथ अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई। मंच संचालन डॉ मधुरिमा भार्गव शुक्ला ने किया। पूनम भारद्वाज ने अपने धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान कहा कि बेटियां हमारी संस्कृति और विरासत की ध्वजवाहक हैं। भारत की मोदी सरकार ने भी नारी शक्ति वंदन विधेयक के माध्यम से भारतीय संस्कृति की सनातन परम्परा के अनुरूप नारी वन्दन को सार्थक बनाने की दिशा में सक्रिय पहल की है। आइए आज नारी शक्ति सम्मेलन को केवल एक दिन के लिए ही नहीं बल्कि इसके लिए जीवनपर्यंत सक्रिय रहने का प्रण ले!
इस दौरान महिला संगठनों द्वारा निर्मित दैनिक उपयोग की वस्तुओं को भी प्रदर्शित किया गया। गीता हस्तकरघा समिति की निर्देशक मीनू शर्मा द्वारा ऊनी स्वेटर, वस्त्र, रमन प्रीत द्वारा व्यर्थ चीजो के संयोजन से बनी चीजों, श्री जी सेल्फ हैल्प ग्रुप द्वारा घर मे तैयार किए गए मसाले, बिंदियां व रजनी द्वारा पर्यावरण हितैषी खाद व विभिन्न पौधों को प्रदर्शित किया गया। इस अवसर पर पूर्व पार्षद शैली खन्ना, शालू, एडवोकेट शशि शर्मा, वसुधा जैन, ऋतु वर्मा, पूजा शर्मा, ऋतु शर्मा , संगीता , राधिका व अन्य गणमान्य ने अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई।