सुमित मागो के खिलाफ दर्ज हो देशद्रोह का मामला,मगर राजिंदर बेरी नहीं होने देते कोई कारवाई-संदीप गगन इस मामले में मेरा कोई लेन-देन नहीं, यह विरोधियों की चाल है- राजिंदर बेरी

जालंधर, (प्रदीप भल्ला/ टिंकू पंडित)-

स्कूल की कॉपियों पर पाकिस्तान का झंडा छापने वाले सुमित मागो के खिलाफ देशद्रोह का पर्चा दर्ज करने की मांग करने वाले संदीप गगन ने जालंधर विधानसभा केंद्रीय से कांग्रेस के उम्मीदवार राजिंदर बेरी पर भी दोष लगाते हुए कहा है कि सुमित मागो के खिलाफ पिछले कई सालों से वह शिकायतें दे रहे हैं, मगर बेरी मागो के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होने दे रहे जिस कारण वह व उसका परिवार काफी मुश्किलों का सामना कर रहा है। जालंधर पंजाब प्रेस क्लब में पत्रकारों से बात करते हुए संदीप गगन निवासी भाई दित्त सिंह नगर ने बताया कि अप्रैल 2016 में जालंधर के एक स्कूल की कॉपी बनाने वाले व्यक्ति ने जम्मू के नजदीक आर एस पुरा जो पाकिस्तान इंटरनेशनल बॉर्डर के नजदीक हैं में स्थित होली क्रॉस स्कूल में 5000 से ज्यादा कॉपी सप्लाई की थी जिन पर पाकिस्तान का झंडा छपा हुआ था। स्थानीय लोगों द्वारा इसका विरोध किया गया तो स्कूल ने वह कापियां वापस मंगवा ली। आरटीआई द्वारा सूचना प्राप्त की गई जिसमें स्कूल प्रशासन ने बताया कि बच्चों को जो कापियां बांटी गई थी वह वापस लेकर उन्हें एक कमरे में रखकर सील कर दिया गया है। संदीप गगन ने बताया कि जब यह मामला उनके ध्यान में आया तो इसकी जानकारी उस समय के विधायक राजेंद्र बेरी को दी गई। जिसे उन्होंने बहुत ही हल्के में लिया। फिर इसकी शिकायत पुलिस कमिश्नर जालंधर को की गई। जिन्होंने इसकी जांच थाना डिवीजन नंबर तीन को दी। पुलिस ने इस केस को देशद्रोह का मामला मानते हुए रिपोर्ट की। पुलिस को दिए गए बयानों में सुमित मागो ने माना कि उसने स्कूल द्वारा जारी किए गए डिजाइन के बाद ही यह कॉपियां छाप कर स्कूल को दी थी। जिस पर पाकिस्तान और भारत का आधा-आधा झंडा लगाया गया था जो शांति का प्रतीक था। थाना तीन की पुलिस ने एक तरफ तो इसे देशद्रोह का मामला बताया व दूसरी तरफ विधायक राजिंदर बेरी के कहने पर जो रिपोर्ट दफ्तर में दाखिल की गई उसमें बताया गया कि कॉपियों पर भारत और पाकिस्तान का आधा-आधा झंडा छपा हुआ है जो दोनों देशों के बीच शांति का प्रतीक है। इसलिए इसमें कानूनी कार्रवाई की जरूरत नहीं है। संदीप गगन ने बताया कि जम्मू कश्मीर में यह मामला दबाने के लिए काफी रुपए खर्च किए गए थे। पीड़ित ने बताया कि उसके बाद उन पर हमले भी करवाए गए जो कि राजिंदर बेरी के कहने पर किए गए। पीड़ित ने इसकी शिकायत पुलिस कमिश्नर जालंधर, डीजीपी पंजाब समेत कई प्रशासनिक अधिकारियों को भेजी है और मांग की है कि सुमित मागों के खिलाफ देशद्रोह और प्रेस एक्ट के उल्लंघन के तहत मामला दर्ज किया जाए। अगर दो दिनों में इस पर कार्रवाई नहीं होती तो वह धरना लगाने के लिए मजबूर होंगे।

जब इस बारे में कांग्रेसी उम्मीदवार राजिंदर बेरी से बात की गई तो उन्होंने इसे विरोधियों की चाल बताया और कहा कि यह मामला चुनावों में ही क्यों उठाया जाता है। राजिंदर बेरी ने कहा कि संदीप गगन और सुमित मागो पहले इकट्ठे होते थे, लेन-देन के कारण दोनों में विवाद हो गया और दोनों ने एक दूसरे पर मामला दर्ज करवा दिया था। सुमित मागो के खिलाफ दर्ज हुए मामले को अदालत ने खारिज कर दिया है और उनका इस मामले में कोई लेन-देन नहीं है। चुनावों के कारण ही उनके नाम को उछाला जा रहा है।

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