1 जुलाई को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं देवेंद्र फडणवीस
नई दिल्ली, 29 जून (टिंकू पंडित):- राजनीति के गलियारों से आज की सबसे बड़ी खबर महाराष्ट्र से सामने आ रही है। जहां महाराष्ट्र में महा विकास आघाडी सरकार कुछ दिनों से ही खतरे में घिरी नजर आ रही थी। शिवसेना व उद्धव ठाकरे के विश्वासपात्र एकनाथ शिंदे द्वारा उद्धव ठाकरे के खिलाफ बगावत करने के उपरांत महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के पास इस्तीफा देने के अलावा और कोई विकल्प नहीं बचा था। उद्धव ठाकरे ने आज फेसबुक पर लाइव होकर सोशल मीडिया पर अपने इस्तीफे की घोषणा की। सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के अनुसार उद्धव ठाकरे को फ्लोर टेस्ट देना था परंतु उसका सामना ना करते हुए उद्धव ने इस्तीफा देने का फैसला किया। क्योंकि अधिकतर शिवसैनिक विधायक एकनाथ शिंदे के ग्रुप में चले गए थे।
इसके साथ ही उद्धव ठाकरे ने अनिल परब को अपना इस्तीफा देकर राज्य भवन भेजा जहां पर अनिल परब ने उद्धव ठाकरे द्वारा दिया हुआ इस्तीफा राज्यपाल को सौंप दिया है।
हिंदुत्व पर भरोसा करने वाले व बाला साहिब ठाकरे वाली शिवसेना के प्रति वफादार रहे महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री एकनाथ शिंदे ने शिवसेना में सेंध लगाते हुए उसके लगभग 38 से 40 विधायकों को अपने पक्ष में कर लिया है। अपनी नई रणनीति के अनुसार एकनाथ शिंदे सभी विधायकों को साथ लेकर गुवाहाटी से गोवा चले गए हैं।
बीते दिनों दिन महाराष्ट्र में बैठकों का दौर चलता रहा जहां उद्धव ठाकरे ने शिव सैनिकों की बैठक बुलाई वही कांग्रेसका एनसीपी ने अपने अपने विधायकों को भी इकट्ठा कर बैठक की। अंत में उद्धव ठाकरे और शरद पवार के बीच लगभग 1 घंटे की बैठक हुई थी जिसमें सरकार को बचाने के लिए हर पहलू पर विचार विमर्श किया गया। यहां तक कि शरद पवार ने उद्धव ठाकरे को इस्तीफा देने व एकनाथ शिंदे को महाराष्ट्र सरकार का मुख्यमंत्री बनाने तक की सलाह दे दी। जिस पर कांग्रेस पार्टी में भी एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री बनाने पर अपना समर्थन दे दिया था परंतु उद्धव ठाकरे इस पर सहमत नहीं हुए।
उद्धव ठाकरे के इस्तीफे के बाद महाराष्ट्र की राजनीति में तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि अब एकनाथ शिंदे भाजपा का दामन थाम सकते हैं। वह भाजपा के साथ मिलकर महाराष्ट्र में अपनी सरकार बना सकते हैं। खबर यह भी आ रही है कि महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, एकनाथ शिंदे के साथ मिलकर अपनी सरकार बना सकते हैं और वह 1 जुलाई को मुख्यमंत्री पद की शपथ भी ले सकते हैं।