किसानों को मुआवज़ा देने की बजाय भगवंत मान सरकार किसानों की आवाज़ दबाने की कर रही है कोशिश:- बिक्रमजीत सिंह चीमा

मोदी सरकार ने बाढ़ से हुए नुकसान की भरपाई के लिए भेजे थे 218.40 करोड़ रुपये , वो भी भगवंत मान द्वारा पंजाब के लोगों को नहीं दिया जा रहा है:-बिक्रमजीत सिंह चीमा

जालंधर, 13 सितंबर ( ) : बीजेपी पंजाब के प्रदेश महासचिव बिक्रमजीत सिंह चीमा ने कहा कि भगवंत मान सरकार पंजाब के किसानों से किए गए वादों को पूरा करने से भाग रही है। उन्होंने कहा कि अभी तक भगवंत मान सरकार ने पंजाब के किसानों को गुलाबी सुंडी और ओलावृष्टि से बर्बाद हुई फसलों का मुआवजा नहीं दिया और ना ही बाढ़ से हुए नुकसान का कोई मुआवजा दिया है। भगवंत मान द्वारा सिर्फ झूठी बयानबाजी की जा रही है। पंजाबियों को बड़े-बड़े झूठे सपने दिखा कर सिर्फ मुर्ख बनाने की कोशिश की जा रही है।
बिक्रमजीत सिंह चीमा ने कहा कि मुख्यमंत्री कहते थे कि मृत मुर्गियों, बकरियों का भी मुआवजा दिया जाएगा, लेकिन पंजाब सरकार ने अभी तक बाढ़ से नष्ट हुई फसलों, क्षतिग्रस्त घरों और मौतों के लिए कोई मुआवजा नहीं दिया है। उन्होंने कहा कि केंद्र की नरेंदर मोदी सरकार ने बाढ़ से हुए नुकसान की भरपाई के लिए जो 218.40 करोड़ रुपये भेजे थे, वह भी भगवंत मान द्वारा पंजाब के लोगों को नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पंजाब के किसानों की सभी मांगें मानी जानी चाहिए। पंजाब सरकार को किसानों से किए गए सभी वादे तुरंत पूरे करने चाहिए। उन्होंने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को पंजाब के लोगों से कोई सहानुभूति नहीं है। मुख्यमंत्री भगवंत मान बाढ़ पीड़ितों की मदद करने के बजाय बाहरी राज्यों में आम आदमी पार्टी के चुनाव प्रचार में व्यस्त हैं, जो बेहद निंदनीय है। भारतीय जनता पार्टी पंजाब इसकी कड़ी निंदा करती है।
बिक्रमजीत सिंह चीमा ने मांग की कि बाढ़ के कारण जान गंवाने वाले परिवारों को मुआवजे के रूप में पचास लाख रुपये दिए जाएं, परिवार के सभी कर्ज माफ किए जाएं और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए। किसानों को प्रति एकड़ 50000 हजार रुपये और खेत मजदूरों को प्रति एकड़ 10000 हजार रुपये मुआवजा दिया जाए।

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