71 वाँ अखिल भारतीय ज्योतिष सम्मेलन सम्पन्न, वर्तमान घटनाक्रमों का गहन अध्ययन स्पष्ट करता है कि भारत विश्व गुरु बनने की ओर अग्रसर है:- पंडित राजीव शर्मा

जीवन से जुड़े हर रहस्य का निदान ज्योतिष में समाहित है, जरूरत इसके समयानुकूल मंथन की:- पंडित जी. ड़ी. वशिष्ठ

जालन्धर, 24 दिसम्बर (टिंकू पंडित):- अखिल भारतीय सरस्वती ज्योतिष मंच (रजि) द्वारा आयोजित 71 वां अखिल भारतीय ज्योतिष सम्मेलन आज स्थानीय होटल रीजेंट पार्क, गुजराल नगर में सम्पन्न हुआ। पवित्र ज्योति प्रज्वलन के शुभ अवसर पर लाल किताब अमृत के संचालक पं. जी ड़ी वशिष्ठ, अजय भांबी, मंच के संस्थापक अध्यक्ष व संचालक पंडित राजीव शर्मा, संरक्षक विक्रान्त शर्मा, पं. अक्षय शर्मा (मोगा), पं. विपन शर्मा (ज्वाली), राकेश डागर, मीनू शर्मा (दिल्ली),रेखा डागर व गणमान्य उपस्थित रहे।
पंडित जी ड़ी वशिष्ठ ने कहा कि ज्योतिष हर व्यक्ति के जीवन से जुड़ा ऐसा सत्य है, जो व्यक्ति के जन्म से लेकर मृत्यु तक हर पल उससे जुड़ा रहता है। इस संसार में कोई भी वस्तु सजीव/निर्जीव नहीं है, जो ग्रहों से जुड़ी नहीं है। इसलिए यदि हम बचपन से बच्चों की पढ़ाई, सेहत के बारे में, जवानी में प्यार, नौकरी, बिजनेस, शादी और बुढ़ापे में बच्चों से मिलने वाले सुख, सेहत या बीमारी के बारे में अथवा जीवन से जुड़ी हर चीज के बारे में जानना चाहते हैं, तो ज्योतिष ही एकमात्र ऐसा मार्ग है, जिससे हमें सम्पूर्ण, सटीक जानकारी मिलती है और हमें पूर्ण विश्वास है कि लाल किताब अमृत से मिल रही सटीक जानकारी सम्पूर्ण जगत के लिए सदैव हितकारी होगी। जरूरत इसके समयानुकूल निरंतर मंथन की। पंडित अक्षय शर्मा (मोगा) ने भारतीय संस्कृति की अमूल्य देंन ज्योतिष के विभिन्न आयामो की भी चर्चा की।

धार्मिक अनुष्ठान व मंगलाचारण के पश्चात सम्मेलन के तीसरे सत्र के दौरान स्टार लाइट एस्ट्रोलोजिकल अवार्ड नाईट का आयोजन किया गया। इस दौरान ज्योतिष के क्षेत्र में अपना सक्रिय योगदान देने वाले विद्वानों को गौरव चिन्ह, प्रमाणपत्र व दोशाला भेट किए गए। लोकेश धमीजा, पं. भोला नाथ द्विवेदी, शिवाले दादा (रमल विद्या, पूना), रश्मि गुप्ता (दिल्ली), अनामिका, राकेश जैन, खुशवन्त सिंह ,अवधेश पाठक, पं. गौतम द्विवेदी, कुसुम लता, रुचि तंवर, नरेश मित्तल, बी एस ठाकुर, आशु मल्होत्रा, मदन ठाकुर, विमल पाहूजा, सतवीर कासवान, गगन पाठक, बृज मोहन कपूर, मुकेश सेखड़ी, पं. कैलाश चमौली, पं. नरिन्द्र वशिष्ठ (जालंधर हाईट ) , पं. सुनील शर्मा, पं. धर्मिन्द्र शास्त्री, बृज मोहन कपूर, राकेश जैन, जतिन्द्र कपूर, प्रीतम लाल भारद्वाज (धर्मकोट), राजिन्दर बिट्टू (लाल किताब), एस एल मल्होत्रा को विभिन्न उपाधियों से नवाजा गया।

मंच के संस्थापक अध्यक्ष व संचालक पंडित राजीव शर्मा ने कहा कि वर्तमान घटनाक्रमों का गहन अध्ययन स्पष्ट करता है कि भारत विश्व गुरु बनने की ओर अग्रसर है। यह पावन क्रम हमारी भारतीय संस्कृति व उसकी अनुपम देन ज्योतिष की भी अहम भूमिका रहने वाली है। जिसमें धरती, समुद्र, अंतरिक्ष, पाताल में होने वाले परिवर्तनों के बारे में हमारे प्राचीन ग्रंथो में वर्णित घटनाक्रमों और वर्तमान विज्ञान का संयोजन, दोहन व शोध कार्य शामिल है। उन्होंने इस सम्मेलन में शामिल होने वाले सभी विद्वानों द्वारा किए गए शोध पत्रों के लिए साधुवाद करते हुए सभी विद्वानों, ज्योतिष जिज्ञासुओं को इस विद्या के प्रति पूर्ण रूप से समर्पित होकर कार्य करने के लिए प्रेरित किया। इस सम्मेलन में शामिल होने वाले सभी विद्वानों हार्दिक आभार भी प्रकट किया।

अखिल भारतीय सरस्वती ज्योतिष मंच के संरक्षक विक्रांत शर्मा ने कहा कि ऐसे आयोजनो से जहां समाज में जागृति आती है। वहीं ज्योतिषीय कार्य करने वालो के लिए रोजगार के अवसर पैदा होते हैं। उन्होंने 71वें राष्ट्रीय ज्योतिष सम्मेलन के सफल आयोजन में सक्रिय सहयोग देने वालो का हार्दिक आभार प्रकट किया।

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