कब के बिछड़े हुए आज यहां आकर मिले, 35 साल बाद एक बार फिर इकट्ठे हुए सहपाठी, इस मुलाकात का सारा श्रेय इटली निवासी केवल कृष्ण को :- संजीव मिंटू

संजीव मिंटू, हरीश कुमार व टिंकू पंडित का धन्यवाद :-केवल कृष्ण

पार्टी में विशेष तौर पर शामिल हुए लाम्बा ट्रैवल के डायरेक्टर संजीव लाम्बा

जालंधर, (वीर केसरी):-
वर्ष 1987 में साईं दास सीनियर सेकेंडरी स्कूल जालंधर के दसवीं कक्षा के छात्र अपने स्कूल का सफर पूरा कर अपने जीवन के अगले पड़ाव तक पहुचने के लिए इकट्ठे वहां से चले थे। उसके बाद जीवन के अनेकों उतार-चढ़ाव देखते हुए अपनी जवानी के हसीन लम्हो को जीते हुए आज जब 35 साल बाद एक जगह पर इकट्ठे हुए उनके चेहरों की रौनक देखने योग्य थी। इस मुलाकात का सारा श्रेय इटली निवासी केवल कृष्ण को जाता है। जिन्होंने जिन्दगी के 20-25 साल इटली में गुजार दिए परंतु वह अपने स्कूल के समय के सहपाठियों को भुला ना सके। अलग-अलग समय पर भारत आने पर उन्होंने फेसबुक के जरिए या मित्रों-संबंधियों के सहयोग से अपने बचपन के सहपाठियों को खोज कर आपस मे जोड़ना आरम्भ किया और इस बार जालंधर आने पर उन्होंने एक पार्टी का आयोजन किया जिसमें लगभग 15 से 20 दोस्तों ने भाग लिया। जिसमें केवल कृष्ण, हरीश कुमार, संजीव कुमार, सुशील कुमार, राज कुमार, विनोद कुमार, सुनील कपूर, मुकेश ढींगरा, विपन कुमार, तजिंदर शर्मा, अतुल बेहल, ग्रीश कुमार, नवीन कुमार, प्रवीण महेन्द्रू, अमन कुमार, दिलदार सिंह व टिंकू पंडित ने आज होटल वाइट स्टोन में अपने जीवन के कभी ना भूलने वाले समय को इंजॉय किया।कार्यक्रम के आरम्भ में केवल कृष्ण ने सभी दोस्तों का वेलकम किया। सभी मित्रों को इकठ्ठा कर पार्टी के आयोजन में सहायता करने पर उन्होंने संजीव मिंटू, हरीश कुमार व टिंकू पंडित का धन्यवाद भी किया। केवल कृष्ण ने इस पार्टी में विशेष तौर पर शामिल हुए लाम्बा ट्रैवल के डायरेक्टर संजीव लाम्बा का भी धन्यवाद किया। उसके बाद सभी ने बारी-बारी, अपना-अपना परिचय दिया व अपने स्कूल छोड़ने के बाद जीवन में आए उतार-चढ़ाव, सुख दुख व खट्टे-मीठे अनुभवों को एक दूसरे के साथ सांझ किया । इस मिलन के अवसर पर एक दूसरे की दास्तान सुनते हुए कभी आंखें नम हुई तो कभी जोरदार ठहाको से हाल गूंज उठा। उसके बाद सभी दोस्तों ने मिलकर एक यादगारी केक काटा और इस समय को बहुत एंजॉय किया। कार्यक्रम के अंत मे राजेश शर्मा (टिंकू पंडित) ने सभी मित्रों का धन्यवाद किया। आखिर में सभी दोस्त दोबारा फिर से मिलने का वादा करते हुए अपने जीवन के अगले पड़ाव की ओर चल दिये।

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