ध्वनि प्रदूषण व ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वालों पर होगी कड़ी कार्रवाई
हिमाचल,6 जुलाई (वीर केसरी):- मन की मुरादें पूरी करने वाली, सबकी चिंता दूर करने वाली माता, मां चिंतपूर्णी के श्रावण मास में लगने वाले मेले का सब श्रद्धालुओं को बेसब्री से इंतजार रहता है। इस वर्ष भी शक्तिपीठ माता चिंतपूर्णी के पावन दरबार मे श्रावण अष्टमी मेला 29 जुलाई से आरंभ होकर 8 अगस्त को अष्टमी वाले दिन संपन्न होगा।
मेले के सफल आयोजन को लेकर आज अतिरिक्त उपायुक्त ऊना डॉ. अमित कुमार शर्मा की अध्यक्षता में एक बैठक का आयोजन किया गया। जिस में उन्होंने कहा कि एडीसी व एएसपी पुलिस मेला अधिकारी होंगे। मेले के दिनों में मां चिंतपूर्णी का मंदिर चौबीसों घंटे खुला रहेगा, केवल साफ-सफाई के लिए रात्रि 11से 12 बजे तक मंदिर को बंद रखा जाएगा। जबकि दोपहर 12 से 12.30 बजे तक मां के श्रृंगार व भोग इत्यादि के लिए भी मंदिर बंद रहेगा।
शर्मा ने कहा कि मेले के दौरान ढोल नगाड़े, लाउडस्पीकर व चिमटा इत्यादि बजाने व प्लास्टिक व थर्मोकोल के इस्तेमाल पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। केंद्र सरकार ने एक जुलाई से पूरे देश में सिंगल यूज़ प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगा दिया है, इसका उल्लंघन करने वालों के चालान काटें जाएंगे। उन्होंने बताया की मालवाहक वाहनों में आने वाले श्रद्धालुओं के खिलाफ भी पुलिस नियमानुसार कार्रवाई करेगी।
डॉ. अमित कुमार शर्मा ने कहा कि मेले के दौरान कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए मेला क्षेत्र को नौ सैक्टरों में बांटा जाएगा। सुरक्षा के दृष्टिगत एक हजार पुलिस व होमगार्ड के जवानों सहित त्वरित कार्यबल की टीमें तैनात रहेगी तथा कानून व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने के लिए पुलिस का एक कमांडो दस्ता आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए गठित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मेले के दौरान डॉग स्क्वायड का प्रबंध भी किया जाएगा। सभी सैक्टरों की निगरानी कंट्रोल रूम से की जाएगी। मेले के दौरान सफाई व्यवस्था बनाए रखने के लिए जगह-जगह अस्थाई शौचालय बनाए जाएंगे तथा ट्रैफिक की समस्या से निपटने के लिए रिकवरी वैन तैनात की जाएगी। भीख मांगने वाले भिखारियों पर भी पुलिस द्वारा कड़ी नजर रखी जाएगी।
डॉ. शर्मा ने बताया कि श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए हिमाचल पथ परिवहन निगम द्वारा अतिरिक्त बसें भी चलाई जाएंगी। मेले के दौरान श्रद्धालुओं को चिकित्सा सुविधा मुहैया करवाने के लिए विभिन्न स्थानों पर एलोपैथिक तथा आयुर्वैदिक कैंप स्थापित किए जाएंगे। किसी भी आपदा अथवा आग इत्यादि की घटना से निपटने के लिए अग्निशमन वाहन तैनात रहेंगें। एडीसी ने कहा कि निजी सरायों में उनके प्रबंधक अग्निशमन उपकरण लगाना सुनिश्चित करें और प्रशासन इनकी जांच भी करवाएगा। उन्होंने कहा कि मेला अवधि के दौरान श्रद्धालुओं के लिए पेयजल की उचित सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी। उन्होंने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को मेला शुरू होने से पूर्व सड़कों की व्यवस्था को भी दुरूस्त करने के भी निर्देश दिए। एडीसी अमित शर्मा ने कहा कि मेले के दौरान लंगर लगाने वाली सभी संस्थाओं व श्रद्धालुओं को मेला अधिकारी द्वारा दिए गए दिशा-निर्देशों का पालन करना आवश्यक होगा।