मामला:- स्वास्थ्य मंत्री द्वारा बाजू पकड़कर VC को जबरदस्ती गंदे बेड पर लिटाने का
फरीदकोट,30 जुलाई (वीर केसरी):- जब से पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बनी तब से आए दिन आम आदमी पार्टी के मंत्री व विधायक सरकार के विभिन्न विभिन्न विभागों में कार्य कर रहे स्टाफ व अफसरों से अपनी हरकतों को लेकर चर्चा में बने रहते हैं। जैसे कुछ दिन पहले जालंधर में विधायक शीतल अंगुराल द्वारा डीसी ऑफिस के अधिकारियों के साथ हुई तीखी नोकझोंक के बाद माफी मांगने वाला एपिसोड अभी चर्चा का विषय बना ही हुआ है तो इधर पंजाब के फरीदकोट से बड़ी खबर सामने आई है। जहां बाबा फरीद यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर राज बहादुर ने इस्तीफा दे दिया है।
आपको बता दें कि बीते दिन स्वास्थ्य मंत्री चेतन सिंह जौड़ामाजरा के बाबा फरीद यूनिवर्सिटी में वीसी राजबहादुर को अस्पताल में लगे मरीजों के बेड पर जबरदस्ती लिटा दिया गया था। जिसके बाद स्वास्थ्य मंत्री के इस व्यवहार से आहत होकर वाइस चांसलर राजबहादुर ने अपना इस्तीफा पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को भेज दिया है। इस मामले को लेकर विपक्ष ने भी सेहत मंत्री की इस कार्रवाई की निंदा की है। कांग्रेस के पूर्व शिक्षा मंत्री प्रगट सिंह ने इस मामले की निंदा करते हुए कहा कि जिस तरह से वीसी राज बहादुर को बिस्तर पर लिटाया गया वे निंदनीय हैं।
स्वास्थ्य मंत्री व मेडिकल स्टाफ के बीच हुए इस विवाद का मुद्दा इतना गर्मा गया है कि अमृतसर के गुरू नानक देव मैडिकल अस्पताल के दो अधिकारियों ने भी इस्तीफा दे दिया है। इस मामले को लेकर कांग्रेस के प्रदेश प्रधान राजा वडिंग ने भी इसकी निंदा की है। उन्होंने इस मामले को लेकर कहा कि वीसी को फटे व गंदे बिस्तर पर लिटा कर उनकी बेज्जती की गई है। किसी भी अधिकारी के साथ ऐसा करना आम आदमी पार्टी के मंत्री व विधायकों को शोभा नहीं देता।